जीवन में जो भी पाना चाहते हो ,वह देना सीख लो |

जीवन में जो भी पाना चाहते हो ,वह देना सीख लो | फिर पाना नहीं पड़ेगा, स्वयं ही मिल जाएगा | आध्यात्मिक क्षेत्र में प्रयत्न का कोई स्थान नहीं है | क्योंकि सारे प्रयत्न अपने लिए होते हैं , पाने के लिए होते हैं और आध्यात्मिक क्षेत्र में पाना नहीं पड़ता ,केवल देना पड़ता है | देने का ही प्रतिफल पाना  है | केवल जीवन में आत्मिक सुख बाँटो ,आत्मिक सुख मिलता ही चला जाएगा |-- प्राप्त करना तुम्हारे हाथ में नहीं है ,पर बाँटना तुम्हारे हाथ में है | इसलिए जीवन में आत्मानुभूति को बांटो ,वह स्वयं ही प्राप्त हो जाएगी |

हि.स.यो.३/७४

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