पारिवारीक-सामाजिक जिम्मेदारियों में चुनाव

प्रश्न 35 : जीवन में कभी-कभी ऐसे प्रसंग आते हैं जब हमें पारिवारिक और सामाजिक जिम्मेदारियों में से एक को चुनना पड़ता है, तो ऐसे में क्या करना चाहिए ? (श्रीमती वीणा नायर)

प्रिय वीणा,
              अनेक आशिर्वाद !
     बेटा ! जीवन में संतुलन अत्यधिक महत्वपूर्ण है | परिवार और समाज दोनों ही महत्वपूर्ण है | किंतु परिवार आपकी प्राथमिकता होनी चाहिए | परिवार की जिम्मेदारियाँ तो परिवार के लोगों को ही निभानी होगी | भला आप अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाएँगी तो कौन निभाएगा ? समाज की जिम्मेदारी एक बार अाप न भी निभा पाएँ तो समाज का कोई और सदस्य उस जिम्मेदारी को निभा ही लेगा |
       यदि आपके जीवन में ऐसा प्रश्न आए तो घर के सदस्य आपसी समझ-बूझ से काम लें | यदि संयुक्त परिवार है तो बारी-बारी से सामाजिक जिम्मेदारी निभाई जा सकती है | यदि एकल कुटुंब हो तो पति पत्नी को सामंजस्य से काम लेना चाहिए |
         प्रार्थना भी महत्वपूर्ण हैं,कार्य के साथ प्रार्थना को जोड़ें |
        आप सही समय पर सही निर्णय ले पाएँ, आप संतुलित रहे, आपकी अध्यात्मिक प्रगति हो, यही गुरुचरणों में प्रार्थना |
       जय बाबा स्वामी !!!

                            आपकी,
                                 गुरुमाँ✍

मधुचैतन्य : जनवरी,फरवरी-2017

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