अनुभूति का ज्ञान लेने के बाद साधक

अनुभूति का ज्ञान लेने के बाद साधक के जीवन मे मुसीबतों का पहाड़ टूटता है। एक के बाद एक मुसीबतें आती हैं, समस्याएं एक साथ आती हैं, समस्याओं की आंधी बनकार आती है। यह इसलिए होता है कि जो भोग जीवनभर भोगने थे, वो एकसाथ जीवनभर भोगने पड़ रहे है।क्योंकि योग हो जाने के बाद फिर जीवन मे भोगने जैसा कुछ रहता ही नहीं है, इसलिए जीवन मे जितने कष्ट भोगने होते हैं, वे सब एकसाथ, एकदम भोग लिए जाते है।क्योंकि बाद में जीवन शांत और बिना समस्या वाला हो जाता है।

श्री शिवकृपानंद स्वामीजी,
हिमालय का समर्पण योग
भाग - 1 / 184

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