श्री गुरुशक्तिधाम

विश्व के कोने कोने में 'श्री गुरुशक्तिधाम 'की स्थापना की जा रही है । श्री मंगलमूर्ति की प्राणप्रतिष्ठा की जा रही है । परमात्मा एक ही है और वो सभी में विद्यमान है , लेकिन जब तक हम अंतर्मुखी नही होते , हमें उसका अनुभव नही होता है । यह सभी श्री मंगलमूर्तियों के सानिध्य में जो भी आएगा , वह एक अंतरमुखी अवस्था को प्राप्त कर आत्मसाक्षात्कार पा सकता है ।

✍-पूज्य स्वामीजी
१३ - ०२ - २०१८

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