ध्यान से ऊर्जा ग्रहण करते है पर ऊर्जा को दिनभर कैसे संभालके रखे और शरीर के किस भाग से सबसे ज्यादा ऊर्जा का wastage होता है?

गुरुदेव,
आज सुबह पोलीस अफसरो का ध्यान लेने के बाद एक पोलीस अफसर ने सवाल किया की ध्यान से ऊर्जा ग्रहण करते है पर ऊर्जा को दिनभर कैसे संभालके रखे और शरीर के किस भाग से सबसे ज्यादा ऊर्जा का wastage होता है?
                 
    आपको जब कभी किसी समस्याग्रस्त
व्यक्ती से सामना करना है। तब पहले अपना हाथ तालु भागपर रख कर थोडा दबाये और अपना चित्त वहाँ स्थीर करे | फीर उस व्यक्तीओ से मीले
तो आपका चित्त उनमे जायेगा नही
और चित्त जाने से जो उर्जा खर्च होती है, वह नही होगी | आप चाहे तो दिन भर भी यह अभ्यास कर सकते है। एक बार चित्त सहस्त्रार पर स्थिर करना आ गया तो इसकी आवश्यकता ही नही होगी | हमारा चित्त अपराधीयो मे जाने से ही अधीक
उर्जा खर्च होती है। क्योकी जब कचरे पर चित्त जायेगा तो बदबु तो आयेगी ही | हमारा मन विचार करता है। और विचार पर सवारी करके चित्त वहॉ पहुच जाता है। अपने चित्त पर नियत्रंण के लिये सामुहीकता मे ध्यान करे।

            बाबा स्वामी
            ९/४/१९

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