प्रण
💎 क्या स्वामीजी की कठोर साधना का लाभ हम उठाएंगे और आजन्म अपना दूषित आभामंडल स्वामीजी से स्वच्छ करवाएँगे ? नही ! कदापि नही !! अनजाने मे भूल हो गई ,आगे न होगी ।आइए , प्रण करे :
💎 स्वामीजी के स्थूल सानिध्य की इच्छा नही रखेंगे ।
💎 मनो -शारीरिक रुप से संपूर्ण स्वस्थन होंगे , तो स्वामीजी के समक्ष नही जाएँगे ।
💎 नियमित ध्यान कर चित्त शुद्ध रखेंगे ।
💎 सभी के प्रति स्नेहभाव रखेंगे ।
💎 " मै " का भाव समाप्त कर परम आनंद की स्थिति मे रहेंगे ।
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वंदनीय पूज्या गुरु माँ
समर्पण ध्यान
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