गुरु पूर्णिमा के कार्यक्रम हेतु एक साधक के लिए न्यूनतम मानक मापदंड
|| जय बाबा स्वामी ||
सभी आचार्य/संचालक एवं साधक भाई बहनों को मेरा नमस्कार,
पिछले कुछ दिनों से बहुत से आचार्य एवं शिबिर संचालक के द्वारा भी एक प्रश्न बार-बार पूछा जा रहा है । *किसी भी गुरु पूर्णिमा के कार्यक्रम हेतु एक साधक के लिए न्यूनतम मानक मापदंड क्या होने चाहिए ? क्या शिबिर करने के बाद 45 दिवसीय अनुष्ठान पूर्ण करने पर वह गुरु पूर्णिमा का फॉर्म नहीं भर सकता ?*
बताए हुए प्रश्न व्यवस्थापन से संबंधित नहीं थे, क्योंकि व्यवस्थापन में तो मात्र हमें रजिस्ट्रेशन लेकर उन साधकों की व्यवस्था ही करनी होती है । *गुरु के द्वारा दी हुई गुरु दीक्षा का अत्यधिक महत्व गुरु पूर्णिमा के कार्यक्रम का होता है, एवं यह कार्य तो मात्र हमारे परम पूज्य गुरुदेव ही कर सकते हैं । इसी कारण मैंने इस प्रश्न का उत्तर सीधे नहीं दिया, मैंने सभी को यही बताया कि इस बारे में मैं गुरुदेव से चर्चा करके फिर ही उत्तर दे सकता हूं ।*
गुरुदेव से मेरी इस बारे में चर्चा हुई, हमारे परम पूज्य गुरुदेव ने बताया कि *"जो भी व्यक्ति शिविर के पश्चात 45 दिवसीय अनुष्ठान पूर्ण कर लेता है उसे गुरु पूर्णिमा में आने का अधिकार है ।"*
मुझे यह जानकर बहुत खुशी हुई, क्योंकि गुरुदेव के द्वारा दिए हुए इस न्यूनतम मानक के अनुसार, *रजिस्ट्रेशन की आखिरी तारीख अर्थात 6 मई 2019 से पूर्व जिन भी व्यक्तियों ने समर्पण की शिबिर की हो, वे सभी गुरु पूर्णिमा महोत्सव 2019 में भाग लेने का शुभ अवसर प्राप्त कर सकेंगे ।*
*अतः मेरा सभी आचार्य एवं संचालक को से निवेदन है कि, यदि कोई नया साधक भी हो एवं गुरु पूर्णिमा में भाग लेने हेतु इच्छुक हो, तो कृपया उनका uid का कार्य आगे बढ़ाएं जिससे आखिरी दिनांक से पूर्व उनका रजिस्ट्रेशन संभव हो सके ।*
आशा है अधिक से अधिक साधक इस निर्णय से लाभांवित होंगे, एवं प्रथम श्री गादी स्थान के सानिध्य में होने जा रहे इस गुरु पूर्णिमा का भरपूर लाभ लेंगे ।
जय बाबा स्वामी
आपका
अनुराग
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