मोक्ष क्या है ?

प्रश्न 52 : - मोक्ष क्या है ?

स्वामीजी : - मोक्ष ध्यान की उच्च अवस्था है | यह जीते-जी ही प्राप्त करनी होती है | मुक्त होती है, वह है आत्मा | वह कभी मरती नहीं है | और जो मरता है, वह है शरीर | यानी शरीर के मरने के पूर्व आत्मा से मुक्त हो जाना ही मोक्ष है और मुक्त, शरीर होते हुए होना चाहिए | ...सरल शब्दों में कहे तो जीते-जी मर जाना ही मोक्ष है | अगर जीवनकाल में ही वह स्थिती प्राप्त हो जाए कि और जीने की भी लालसा जीवन में न रही हो, तो कोई कारण ही नहीं रह जाता कि मनुष्य दूसरा जन्म ले | यह संपूर्ण तृप्त स्थिती ही मोक्ष की स्थिती है |

चैतन्य धारा

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