श्री सदगुरु के सानिध्य
श्री सदगुरु के सानिध्य में जाते है , जैसे उनका दर्शन करते है , हमारी भी भीतर की यात्रा प्रारंभ हो जाती है । अब प्रश्न ये आता है --अगर हम आत्मा है तो भीतर कौन जाता है ? भीतर शरीर का अहंकार जाता है । अहंकार का भाव धीरे - धीरे धीरे -धीरे अंदर जाता है और जितना अंदर जाएगा उतना ही ध्यान अच्छा लगेगा ।
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आपका
बाबा स्वामी
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आपका
बाबा स्वामी
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