दो बाते सदैव याद रखने का संदेश

दो बाते सदैव याद रखने का संदेश
                   
१) किसी भी सिरे को पकडकर मत रखो। स्वीकार करना सीख लो। स्वीकार करने से भी आप को समाधान मिलेगा। और मन शांत रखो।

२) अपनी आध्यात्मिक स्थिति अच्छी कर लो। भीतर की शांति को प्राप्त कर लोगे। जो चाहोगे वह मिलेगा।

            ✍..बाबास्वामी
                  मधुचैतन्य
                      

Comments

Popular posts from this blog

Subtle Body (Sukshma Sharir) of Sadguru Shree Shivkrupanand Swami

सहस्त्रार पर कुण्डलिनी