परमात्मा की कृपा

उस परमात्मा की कृपा का कौन कैसा उपयोग करता है, यह उस पर निर्भर होता।जीवन में परमात्मा सभी मनुष्यों को आध्यात्मिक प्रगति के समान अवसर देता है, परन्तु मनुष्य की लेने की स्थितियाँ अलग-अलग होती हैं।पत्येक मनुष्य को जीवन में समान अवसर प्राप्त होतें हैं जँगल प्रकृति के द्वारा निर्मित होने के कारण पर्यावरण में एक सन्तुलन बनाकर रखते हैं।मनुष्य स्वार्थी हैं, वह सदैव उन वनों का निर्माण करेगा जिससे उसको लाभ मिलेगा।इसी प्रकार के वन मनुष्य लगाता है।इसलिए वन प्रकृति के संतुलन का कार्य नहीं करते हैं ।

हि. का. स. यो.(1) पेज 38

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