आत्मसूख
आत्मसूख तो आत्मा की वह पूर्ण समाधान की "अनुभूति "है जो मनुष्य को "मोक्ष की स्थिति "मिलने के बाद ही होती है और यह अनुभूति मनुष्य की "आत्मा "स्वयं प्रगट होकर कराती है । आपका आपके आत्मा के प्रति पूर्ण समर्पण हो जाता है और शरीर की आत्मा के साथ इतनी समरसता हो जाती है की "आत्मा " स्वयं आपके सामने "प्रगट " होकर आपको मार्गदर्शन करती है ।
परमपूज्य गुरुदेव
आत्मेष्वर
परमपूज्य गुरुदेव
आत्मेष्वर
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