गुरु पोर्णिमा २ ० १ १


  • स्वर्ग सकारात्मक सोच के साथ होता है तथा नर्क नकारात्मक सोच के साथ ।
  • गुरुदेव के सामने दीपक जलाकर क्षमा करवाने की , भूलवा देने की प्रार्थना बार बार कीजिए । तो हमारे अंदर स्वर्ग की स्थापना हो सकती है ।
  • ११ बार गुरुमंत्र बोलकर सोये तो गहरी नींद में आपका क्लीआरन्स होता है ।
  •  हम पिछले जन्म में मोक्ष के द्वार तक आकर ठहर गये थे ।उस स्थिती तक पहुँचने के लिये हम गुरुदेव तक आये है । अगर इस जन्म में भी नही पहुँच पाये तो ये हमारा बहुत बड़ा दोष होगा । इसलिए रोज सुबह शाम चित्त की धुलाई करते रहो ।

पूज्या गुरु माँ
गुरु पोर्णिमा २ ० १ १

Comments

Popular posts from this blog

Subtle Body (Sukshma Sharir) of Sadguru Shree Shivkrupanand Swami

सहस्त्रार पर कुण्डलिनी