प्रत्येक आत्मा को अपना संपूर्ण चक्र पार करके भोग भौगना ही होते है

प्रत्येक आत्मा को अपना संपूर्ण चक्र पार करके भोग भौगना ही होते है । कोई सदगुरु मिल जाएँ तो उनकी संगत में मनुष्य के भोग कम होने की संभावना होती है । सदगुरु मिले तो ही भोगों से मुक्ति संभव है ।

- ही..स..योग...[ ५ ]

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