हिमालय का समपॅण योग
*जय बाबा स्वामी*
*पाना और देना, दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं।*
*पाने की इच्छा रखोगे, तो भी मिलेगा और देने की इच्छा रखोगे, तो भी मिलेगा।*
*पर देने की इच्छा नहीं रहेगी, तो दे नहीं पाओगे।*
*देने की इच्छा से दो बातें होती हैं - पाया भी जाता है और दिया भी जाता है।*
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*हिमालय का समपॅण योग*
*भाग 3*
*पृष्ठ 231/232*
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