पू..गुरु माँ गुरु पूर्णिमा १५ जुलै २०११

हम पिछले जनम में मोक्ष के द्वार तक आकर ठहर गये थे । उस स्तिति तक पहुँचने के लिये हम गुरुदेव तक आये है ।अगर इस जन्म में भी नही पहुँच पाये तो ये हमारा बहोत बड़ा दोष होगा । इसलिए रोज सुबह -शाम चित्त की धुलाई करते रहो ।
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पू..गुरु माँ
गुरु पूर्णिमा
१५ जुलै २०११

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