समर्पण ध्यान के पाँच नियम
आप जब अपने आपको शरीर नही , आत्मा समझते है और मानते है , तभी आपका संबंध माध्यम के द्वारा परमात्मा से होता है और इस माध्यम पर चित्त रखकर आप बाद में जीवन में मोक्ष की स्थिती पा सकते है । इसे करने के पाँच नियम है :-
- आप अपने आपको आत्मा माने ।
 - आप सदगुरु को माध्यम माने ।
 - परमात्मा एक विश्वशक्ति है , यह माने ।
 - सबका धर्म मनुष्यधर्म है , यह माने ।
 - नियमित सामूहिक ध्यान करे ।
 
इन उपरोक्त पाँच नीयमनोंका पालन करके आप इस समर्पण ध्यान की पद्धति को अपना सकते है ।
📖ही..स..योग...
🥀भाग..[ ५ ]
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