हमारे जीवन की समस्याएँ भी इतनी काली बिंदु -सी होती है

हमारे जीवन की समस्याएँ भी इतनी काली बिंदु -सी होती है । लेकिन हमारा चित्त तो वही जाता है , उस काले बिंदु पर । अरे , बाकी इतना बड़ा सफेद पेपर है , वो क्यों नही दिख रहा है ! गुरुदेव की एनर्जी है , वो श्वेत जो इतना बड़ा -सा है ना , वो गुरुदेव की एनर्जी है । और वो जो काला छोटा -सा डॉट है , वह वो समस्स्याऐ है , वह वो भोग है जो हमे भोगने बाकी है...वो भोगने ही है , तो उसकी और चित्त क्यों रखना ?
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प.पु.गुरुमाँ
म.चैतन्य
अक्टूबर २०१६

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