इस जगत में मैं एक विशिष्ट उद्देश्य से आया हूँ। - बाबा स्वामी

इस जगत में मैं एक विशिष्ट उद्देश्य से आया हूँ। वह उद्देश्य है- मोक्ष की प्राप्ति। पर वह उद्देश्य मुझे लाखों आत्माओं को साथ लेकर प्राप्त करना है और इसीलिए मोक्ष का ज्ञान प्राप्त होने के बाद भी यह जन्म लिया है।
इस जन्म का एक ही उद्देश्य है। एक पर्वत के उच्च शिखर पर मैं पहुँचा हूँ ; अपने प्रयत्न से , अपनी साधना से। और वहाँ पहुँचकर बैठा नहीं रहा , वहाँ से वापस नीचे आया हूँ औरों को पर्वतशिखर का रास्ता बताने के लिए । और जो कठिनाइयाँ मैंने झेली हैं , वे दूसरे को न झेलनी पड़े , इसलिए रास्ते के बारे में जानकारी दे रहा हूँ -- किस रास्ते से जाना उचित होगा। यह रास्ते बताने का कार्य मेरे इस जीवन का उद्देश्य है। सबके सब उस उच्च शिखर पहुँचने के बाद ही मैं उस उच्च शिखर पर जाऊँगा।
मैं इस रास्ता बताने के आश्वासन से बँधा हुआ हूँ। यह आश्वासन जब तक मैं पूर्ण नहीं करता , मैं भी मोक्ष प्राप्ति नहीं कर सकता। और उद्देश्य के लिए मैं अकेला आया हूँ और अकेला ही जाऊँगा।

हिमालय का समर्पण योग २/७०
         बाबा स्वामी

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