🌸॥ " माँ  " ॥🌸
पुष्प = १=पृष्ठ ३७

     वे [ आगंतुक ] कह  रहे  थे ,"लोग  धर्म  और  आध्यात्म  में  भेद  नही  समझते ।आध्यात्म  में  आत्मा  का  अध्ययन  होता  है , इसमें  कोई  कर्मकांड  नही  होता ।धर्म  में  कम  या  जादा  कर्मकाण्ड  होते  है ।धर्म  हमें  आध्यात्म  तक  पहुँचने  में सहायता  करते  है  किंतु  आध्यात्मिक  प्रगति  के  लिए  धर्म  तथा  धार्मिक  कर्मकांडों  से  ऊपर  उठना  होगा ।
{ आगंतुक }

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