chandrakant malani:
🕉॥ माँ ॥ 🕉
माध्यम हमारी माँ है । हमारे लिए क्या अच्छा है और क्या बुरा है , यह हमसे अधिक उस माध्यम को मालूम है तो फिर माँगना क्या ?जो है , उसमेँ हम खुश है और जो नही है , वह आवश्यक भी नही है । और जो आवश्यक नही है , वह माँगना क्यों ?. . .
ही.का.स.योग...5...
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गुरुकृपा मे प्राप्त सिद्धियों की संपत्ति का भी मनुष्य ने अहंकार नही करना चाहिए क्योंकि वह उसने प्राप्त नही की है , उसे कृपा मेँ ही मिली है । उसका अहंकार क्या करना ! क्योंकि कृपा का संबंध आत्मा से है और अहंकार का संबंध शरीर से होता है ।
ही.का.स.योग...5...
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