🙏🏻 *॥जय बाबा स्वामी॥* 🙏🏻
परमात्मा से संबंध स्थापित करने के लिए इन सब कर्मकांडों की आवश्यकता नहीं है। पूजा-पाठ , मूर्ति , मंदिर , माला ये सब उस परमेश्वर को पाने में सहायता कर सकते है , पर ये आवश्यक भी नहीं है। आवश्यक है तुम्हारा भाव । और उस भाव को जागृत करने के लिए ही ये सब होते हैं। सबसे महत्वपूर्ण है भाव।
*हिमालय का समर्पण योग २/२१७*
🙏🏻 *॥आत्म देवो भव:॥* 🙏🏻
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