🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀

*आत्मेश्वर*(आत्मा ही ईश्वर है)

ध्यान के मुहूर्त निकालने की आवश्यकता नहीं है। आप जिस परिस्थिती में हो , जहाँ भी हो , जैसे भी हो , ध्यान की शुरुआत कर दो। भले ही ध्यान न लगे , *३०मीनट ध्यान को समय अवश्य दो। ध्यान लगे या न लगे यह तुम्हारा क्षेत्र नहीं है।*

पृष्ठ:१८

➰🙏🏻 *॥आत्म देवो भव:॥* 🙏🏻➰

Comments

Popular posts from this blog

Subtle Body (Sukshma Sharir) of Sadguru Shree Shivkrupanand Swami

सहस्त्रार पर कुण्डलिनी