मौन ध्यान सर्वोत्तम

मौन ध्यान को प.पू.स्वामीजी सर्वोत्तम बताते है। एक बार मौन की भाषा जो समझ गया उसे किसी भाषा में उतना आनंद नही आयेगा। सर्वाधिक वाइब्रेशन मौन रहने से ग्रहण करते है।

*मधुचैतन्य अक्टू.२००९/३४*

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