साधना का सम्मान
हमें कक्षा में पढ़ाने वाले शिक्षक हो या जीवन को अध्यात्म से जोड़ने वाले आध्यत्मिक गुरू , वे जो कहते है या जो कुछ करते है , उसके पीछे उनका कई वर्षों का अभ्यास . . . कई वर्षों की साधना होती है । उनकी साधना का सम्मान करो जब उनसे कुछ माँगों तो जो जो मिले उस पर पूर्ण विश्वास रखो ।
आपकी ,
गुरूमाँ
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