मैं आज के भगवान के माध्यम को मानता हूँ,

गुरुदेव' कहना , यानी, मैं आज के भगवान के माध्यम को मानता हूँ, यह कहना हो जाता है। 'गुरुदेव' शब्द में ही सबकुछ आ गया है।
- HSY1 pg 478

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