सदगुरु परमात्मा का एक स्वरूप
सदगुरु परमात्मा का एक स्वरूप है , जो समय समय पर समय की आवश्यकता नुसार रूप बदलते रहता है । बदलते रहता है या बदलना ही आवश्यकता हो जाती है । मानव शरीर तो ईश्वर के स्वरूप का केवल एक माध्यम है । वाहन है ।
ही .का .स .यो .
भाग ५ पृष्ठ २५०
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