मोक्ष कि स्थिति

मनुष्य की सबसे बड़ी इच्छा - ओर जीना - और जीना और जीना है; वो भी इच्छा  आपकी  समाप्त हो गई है,  आपको  कुछ भी,  जीने की भी  इच्छा  बाकी नही रही , ऐसी शून्य की स्थिति  जब  आपको  आपके  जीवनकाल  मे  प्राप्त  होती  है,  उसी  अवस्था  को मुक्त  अवस्था  कहते है । आप कल्पना  करो  ना ,  अगर ऐसी स्थिति आपको आपके जीवनकाल मे प्राप्त  हुई तो क्या करोगे?  आप आपके स्वयं के लिए कुछ करोगे नही। दुसरा, दुसरे का  बुरा करोगे नही,  तो क्या करोगे?  आपका  पूरा  जीवन का एक -एक क्षण केवल दूसरे के लिए होगा । आप  सदैव दूसरे के कल्याण के लिए सोचोगे,  दुसरे के  सुख के लिए सोचोगे, उसी अवस्था को मोक्ष का  स्थिती कहते है ।

-बाबा स्वामी

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