मेरे चैतन्य को अपने पास अनुभव करो

* * * * * * * * * * * * * * * * * * * * *
मेरे  चैतन्य  को  अपने  पास  अनुभव  करो  तो  इन  सब  बातों  से  आपको  मुक्ति  मिल  जाएगी । या  तो  तैरकर  जीवन  की  नदी  पार  करो , या  "समर्पण ध्यान " की  नाव  से  करो । पर  नाव  पर  बैठना  है  तो  नाव  के  नाविक  पर  संपूर्ण  विश्वास  और  श्रद्धा  रखना  होगी । अब  आपकी  आप  जानो । मुझे  बताना  था , बता  दिया । आप  सभी  उस  पार  जीवन  में  पहुँचे , इसी  शुद्ध  इच्छा  के  साथ ,

-आपका
बाबा स्वामी
* * * * * * * * * * * * * * * * * * * * *

Comments

Popular posts from this blog

Subtle Body (Sukshma Sharir) of Sadguru Shree Shivkrupanand Swami

सहस्त्रार पर कुण्डलिनी