जीवन में दरवाज़ा खोलने पर ही प्रकाश अंदर आ सकता है।

जीवन में दरवाज़ा खोलने पर ही प्रकाश अंदर आ सकता है। अतिरिक्त ऊर्जा मिल सकती है। आपके जीवन में आपके दरवाज़े पर दस्तक देने का कार्य सदगुरु करता है। वह भी परमात्मा का ही रूप होता है। अद्र्श्य परमात्मा को  अतिरिक्त ऊर्जा समजते है।

HSY 3 pg 396

Comments

Popular posts from this blog

Subtle Body (Sukshma Sharir) of Sadguru Shree Shivkrupanand Swami

सहस्त्रार पर कुण्डलिनी