दशहरा संदेश २०११

" आध्यात्मिक प्रगती " में  ही  सभी  प्रगती  शामिल  होती  है । मोक्ष  पाने  का  नही , देने  का  नाम  है । "मोक्ष  देकर  ही  मोक्ष  पाया  जा  सकता  है " ,यह  समझने  के  लिए  ही  गुरुशक्तियों  [ने ] मेरा  जीवन  आपके  सामने  उदाहरण  के  रूप  में  रखा  है । मैने  जीवन  में  सब  कुछ  देकर  ही  सब  कुछ  पाया  है । ऐसे  पाने  में  ,जो  पाया  है  उसके  प्रति  कोई  मोह  या  लगाव  नही  होता  और  वह  खोने  का  भी  कभी  डर  नही  होता  है । क्योंकि  इन  सब  में  चित्त  नही  होता  है । यह  मेरा  अनुभव  है ।
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