मनुष्य

*सारे मनुष्य उस परमात्मा के बच्चे हैं।

*परमात्मा एक शक्ति है जिसने मनुष्य को जन्म दिया है।

*मनुष्य के माँ-बाप तो निमित्त हैं उसे शरीर, केवल शरीर प्रदान करने में।

*वास्तव में मनुष्य की माँ और बाप तो परमात्मा ही है।

*हिमालय का समपॅण योग,*
*---* *पवित्र ग्रंथ 1-223.*

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