आत्मा ही हमारा सच्चा मित्र है ।

"आत्मा "-- ही   हमारा   सच्चा   मित्र   है । उसको   हमे   जान   लेना   चाहिए । जैसे   बिंब   से   प्रतिबिंब   दूर   नही   है ,  वैसे   ही   आत्मा   मे   ही   परमात्मा     समाहित   है ।...

बाबा स्वामी

Comments

Popular posts from this blog

Subtle Body (Sukshma Sharir) of Sadguru Shree Shivkrupanand Swami

सहस्त्रार पर कुण्डलिनी