शरीरधारी परमात्मा

शरीरधारी  परमात्मा  को  भले  ही  न  पहचाने , आत्मा  पहचानती  है । की  परमात्मा  देखने  की  नही , अनुभूति  लेने  के  लिए  होता  है ।
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बाबा स्वामी

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