हे ईश्वर

" हे  ईश्वर ! ये  जो  कुछ  भी  चल  रहा  है  आप  जानते  हो ! इस  परिस्थिती  में  मैने  क्या  करना  चाहिए  वह  भी  आप  ही  जानते  हो ! आप  मुझसे  वह  करवा  लो , जो  मैने  करना  चाहिए ! "

बहू वंदनिय गुरुमाँ
" माँ " पुष्प २ पृष्ठ ८९

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