वैचारिक प्रदूषण का प्रभाव
वैचारिक प्रदूषण का प्रभाव मानव मन पर ही नहीं , अपितु कपड़ों पर भी होता है। ध्यान के लिए केवल दो ड्रेस ( पोशाकें) रखो ; एक ड्रेस धोई , दूसरे दिन पहनी ... एक दिन पहले धुले हुए कपड़े के अंदर जितना अच्छा ध्यान आपको लगता है , वह १० दिनों पहले धोए कपड़ों में नहीं लगता।
मधुचेतन्य २०१०
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