स्वामीजी एक ऐसे अनमोल पत्थर के समान है

स्वामीजी  एक  ऐसे  अनमोल  पत्थर  के  समान  है  जिस  पत्थर  से  जो  भी  माँगे ,वह  इच्छा  पूर्ण  होती  है ।किंतु  इस  पत्थर  का  उपयोग  जितना  होगा , उतना  यह  पत्थर  घिसता  जाएगा ।इसलिए  इसका  उपयोग  केवल  अध्यात्म  के  लिए  होना  चाहिए ।. . .

वंदनीय गुरुमाँ

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