मेरे ह्रदय मेँ उन साधनारत साधको के लिये विशेष जगह होती है

''मेरे भितर तो मेरे ह्रदय मेँ उन साधनारत साधको के लिये विशेष जगह होती है जो व्यवस्था का सम्मान करते है__।

व्यवस्था का सम्मान करनेवाले मेरे से कितने भी दुर रहे__,
मेरी कृपा उन पर तो सतत बरसती रहती है__,
क्युकि मैँ महसुस करता हुँ कि उन्होने व्यवस्था का सम्मान करके मेरा प्रेम प्राप्त कर लिया है__।"

- H.H. Swamiji.

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