सूक्ष्म शरीर

ऐसा अनुभव मेरे लिए एकदम नया था ।. . . एक सूक्ष्म शरीर जो गुरुसानिध्य मे ष्यानस्त था ।. . . और एक स्थूल रुप मे मेरे साथ . . . अब मेरा गुरुदेव से सीधा संपर्क नही था ,जो संपर्क था वह सूक्ष्म शरीर के माध्यम से हो रहा था ।. . .
✍. . . . .
बाबा स्वामी
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