सुंगघ खुद अपना अहसास करा देती है

सुंगघ कभी लेनी नही पडती,सुंगघ खुद अपना अहसास करा देती है, इस तरह अंदर लाख परदे मै सतगुरु  छीपा होता है वो अपना चैतन्य  का अहसास  करा ही देता है.......

Baba swami

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