भूमि माता

" मैंने भूमि माता का हमारे जीवन में क्या स्थान है, वह समझाया- "भूमि माता सदैव एक माता के समान ही हमें शुद्ध और पवित्र करने का कार्य करते रहती हैं। अपनी गुरुत्वाकर्षण शक्ति के द्वारा वह हमारी सारी खराब ऊर्जा शोषित कर लेती हैं, जो हम  खराब वातावरण से या खराब विचारों से ग्रहण करते हैं। नकारात्मक विचार करने से हमारे भीतर खराब ऊर्जा निर्माण होती है। इस प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा को यह पृथ्वी अपने गुरुत्वाकर्षण शक्ति से शोषित करके हमें शुद्ध और पवित्र करती है।"
"यह हमारी सबकी माँ है लेकिन यह लाभ हम तब प्राप्त करेंगे जब हम उसे अपनी माँ मानेंगे, क्योंकि मानने पर ही सब निर्भर है। क्योंकि यह कुछ दिखने वाली प्रक्रिया नहीं है। मानने वाली प्रक्रिया है। प्रथम हमें भूमि माता को मानना होगा। दूसरा, उसके सान्निध्य में जाना होगा और तीसरा, हमें उसके लिए प्रार्थना करना होगी"

हि.स.योग.6, पेज.188.

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