जन्म का उद्देश

*मनुष्य जब जन्म लेता है तो उसके जन्म का उद्देश ही उसके पूवॅकमोॅ के भोगों को भोगना होता है*

*हिमालय का समपॅण योग*
*भाग 3*
*पृष्ठ 354*

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