गुरुदेव पर पूर्ण विश्वास

पहले तो ऐसी खराब परिस्थिति में भी मैं वहाँ पहुँचा, इसका ही उन्हें बड़ा आश्चर्य हुआ।क्योंकि वहाँ पर कोई व्यवसायी , कोई सेल्समेन कोई भी बाहर से आता ही नहीं था। उन्हें मैंने बताया , मुझे मेरे गुरुदेव ने भेजा है और मुझे मेरे गुरुदेव पर पूर्ण विश्वास है। देखो , मेरे गले में कोई तावीज , धागा-दोरा , गण्डा ऐसा कुछ भी नहीं है।

भाग ६ - १११

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