सदगुरू दशँन से सकारात्मक बदलाव

कई साधकों  को अनुभव  आया है, आप भी अनुभव  लेकर देखो-जब-जब आपको  "सदगुरू" का दशँन पा़प्त हुआ है,  आपके जीवन  में सकारात्मक  बदलाव आया  है और आता ही है|  लेकिन यह तब होता है जब आपका चित "सदगुरू" के शरीर पर नही,  भीतर से बहने वाले चैतन्य पर होता है| "विश्वचैतन्य ही सकारात्मक  शक्ति है "|  जब आप उसे  सद्गुरू के सानिध्य में ग़हण करते हैं तो आपकी भीतर की स्थिति सुघर जाती है,  तो बाहर की स्थिति  भी सुघर जाती है | आप भी आपके जीवन  में जब कभी "सतगुरु " दशँन पा़प्त करो,  तब-तब अंतमुखी होओ |सतगुरु का दशँन  ही जीवन में सकारात्मक  बदलाव लाता है |

" बाबा स्वामी "
Page:19."पवित्र  आत्मा "

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