मोक्ष की स्थिति
मोक्ष की स्थिति वह अति निर्मल और पवित्र अवस्था है, जिसमें कोई पाप या पुण्य का कर्म बाक़ी नहीं रहता, कुछ भी जीवन में करने को बाकी नहि रहता, जीवन में कोई इच्छा बाक़ी नहीं रहती, जीने की इच्छा भी बाक़ी नहीं रहती है। चित से सभी स्मृतियाँ समाप्त हो जाती है। एसी परिशुद्ध अवस्था को “मोक्ष” कहते है।
बाबा स्वामी
HSY 6 pg 253
HSY 6 pg 253
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