आत्मा की शुद्धता के बिना
आत्मा की शुद्धता के बिना , आत्मा के पवित्रता के बिना शरीर के मैं के अहंकार को समाप्त करना असंभव है । और उस मैं के अहंकार के साथ कितना भी पुण्यकर्म करो , वह मैं के अहंकार में वूुद्धि ही करेगा।
भाग- ६ ---४९
आत्मा की शुद्धता के बिना , आत्मा के पवित्रता के बिना शरीर के मैं के अहंकार को समाप्त करना असंभव है । और उस मैं के अहंकार के साथ कितना भी पुण्यकर्म करो , वह मैं के अहंकार में वूुद्धि ही करेगा।
भाग- ६ ---४९
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