अनुभूति

" वास्तव में , अनुभूति मनुष्य के असंतुलन को ठीक करती है और उस संतुलन से ही मनुष्य को अच्छा लगता है | ध्यान से हम सदैव संतुलन में ही रहें इसका अभ्यास करते हैं | "

ही.का.स.यो. भाग -5

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