"समर्पण ध्यान "-एक संस्कार का संक्रमण

  समर्पण  ध्यान  में  एक  संस्कार  का  संक्रमण  है । संक्रमण  यानी ?जो  अछि  बाते , अछे  गुण  शिवबाबा  मे  थे  उन्हे  अपने  माध्यम  के  रूप  में आप  तक  पहुँचाना  चाहते  है । तो  वे  गुण  आपके  अंदर  भी  विकसित  होने  चाहिए । अगर  हो  रहे  है , तो  हम  कुछ  संस्कार  ग्रहण  कर  पाए , अन्यथा  नही ।

॥ परमपूज्य स्वामीजी ॥     
॥महाशिवरात्रि 2013॥

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