तीन दीन के गुरुसान्निध्य पे आज पूरा जीवन व्यतीत कर दिया - बाबा स्वामी

तीन दीन के गुरुसान्निध्य पे आज पूरा जीवन व्यतीत कर दिया । क्यों? क्योंकि अभी गुरुकायॅ में ही गुरु को अनुभव कर रहा हू । गुरुकायॅ कर रहे हैं मतलब - गुरु के सान्निध्य में हैं , गुरु पास में है , गुरु मेरे पास में है , मैं गुरु के पास में हू क्योंकि मैं गुरुकायॅ से जुड़ा हुआ हू। तो गुरुकायॅ में ही गुरु का अनुभव कर रहे हैं। तो गुरु के सान्निध्य की आवश्यकता ही नहीं रही ।*

*पुज्य गुरुदेव का प्रवचन*
*चैतन्य समपॅण ध्यान   महाशिविर- 2017*
*समपॅण आश्रम , दांडी ,    नवसारी ,*
*8 नवंबर 2017*

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