Hiren Jbs:
🌞
समर्पण
॥जय बाबा स्वामी॥
मैं बार-बार कहता हूँ और आज फिर से कह रहा हूँ कि मेरी स्थिति गंगा नदी जैसी है जिसमें अच्छे , स्वच्छ और 'पवित्र घाट' भी हैं , और गंदे और प्रदूषित घाट भी हैं। गंगा नदी को स्वीकार करना ही पड़ता है। ठीक इसी प्रकार से , 'समर्पण परिवार' का निर्माण समाज में से हुआ है , इसमें भी वे सभी बुराइयाँ होंगी जो समाज में हैं। यह एक समाज का 'प्रतिनिधित्व' करता है लेकिन इसमें आनेवाले लोग वे लोग हैं जिनके अच्छे कार्य आरंभ होने वाले हैं , जिनकी दिशा 'आध्यात्मिक प्रगति' की ओर है लेकिन हुई नहीं है , होने वाली है।
किसी की इस जनम में होगी तो किसी की 'अगले जनम' में। 'आत्मसाक्षात्कार' का महत्व किसी को अभी 'समझ' में आएगा तो किसी को देहत्याग करते समय 'समझ' में आएगा। लेकिन इसी जीवन में समझ में आएगा 'अवश्य', यह याद रखें।
*सद्गुरु के हृदय से(२)/२८*
@$wiπi .:
🏵॥ श्री गुरुदेवाय नमः ॥ 🏵
मेरा ऐसे साधकों से कहना हैं की तुम्हारी भीतर की स्थिति खराब है इसलिए बाहर की स्थिति भी खराब है तुम भीतर की स्थिति ठीक कर लोगे तो बाहर की स्थिति स्वयं ही ठीक हो जाएगी । अरे बाबा , बाहर की परिस्थिति खराब इसलिए हुई है क्योंकि भीतर की स्थिति खराब है । इसलिए ध्यान के मूहर्त निकालने की आवश्यकता नहीं है । आप जिस परिस्थिति में हो , जहाँ भी हो , जैसे भी हो , ध्यान की शुरुआत कर दो । भले ही ध्यान न लगे ३० मिनट ध्यान को अवश्य दो । ध्यान लगे या न लगे यह तुम्हारा क्षेत्र नहीं है । ....
🔹आत्मेश्वर 🔹
पृष्ठ १८ ...........
४/ १ / २०१८ ...
🌹 .जय बाबा स्वामी.🌹
" अब जीवन में देने की इच्छा करो, परमात्मा तुम्हारी झोली उसीसे भर देगा जो तुम देना चाहते थे। तुम लोगो को खुशियां देने की शुद्ध इच्छा रखोगे, तुम्हारे जीवन में खुशियों की बरसात होगी ।
तुम लोगो को सुख देने की शुद्ध इच्छा रखोगे, परमात्मा तुम्हे सुखी कर देगा ।तुम लोगों में धन बाँटने की शुद्ध इच्छा करोगे, परमात्मा तुम्हारे ऊपर धन की बरसात कर देगा। तुम लोगो में प्रेम बाँटने की शुद्ध इच्छा रखोगे परमात्मा तुम्हारे ऊपर प्रेम की झड़ी लगा देगा। तुम जीवन में आत्मीयता बाँटने की इच्छा रखोगे, परमात्मा तुम्हे आत्मीयता से भर देगा।
तुम दूसरे बच्चों को सुखी रखने की शुद्ध इच्छा रखोगे, परमात्मा तुम्हारे बच्चों को सुखी रखेगा। तुम जीवन में आदर पाना चाहते हो तो जीवन में दुसरो को आदर दो। जीवन में तुम केवल दूसरों में बाँटने की इच्छा रखो, तुम्हे जीवन में सबकुछ मिल जायेगा ।
हि.स. योग -४ , पेज. ४२०
🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷
🌻🌺23 साल हुये🌻🌺
पिछले 23 साल मुझे हिमालय से समाज मे आये हुये है। इन23 सालो
लाखो लोगो को मीलना हुआ जानना
हुआ।लेकीन कीसी के प्रती भी मेरे मन मे बुरा भाव नही है। क्योकी वास्तव मे हमारे शरीर मे मन का कोई
अस्तीत्व ही नही है।शरीर और आत्मा
के संमन्ध से मन की नीमीेती है।अगर
शरीरभाव ही नही है तो मन भी नही है। अमन वह अवस्था है।जहॉ केवल
पवीत्र आत्मा रह जाता है।
इस अमन अवस्था को मशीनो से जांचा जा सकता है।ओरा के प्रगती के यह फोटो इसके प्रमाण है।ऐसा नही की इन सालो मे बुरे लोग मीले ही न होगे या जिवन मे कोई समस्या आयी ही नही होगी पर केवल उसे
साक्षी भाव से देखा है।और सभी को
नीव्याज प्रेम कीया है।और केवल
30 मीनीट नीयमीत ध्यान कीया है।
बस इतना ही किया है।और समाज
मे ही रह कर मुझे यह अवस्था प्राप्त
हो सकती है। तो आप सभी को क्यो नही हो सकती मुझे सदैव आपके प्रती
यह “भाव” रहता है। की जो भी मुझे मीले वह प्रत्येक मनुष्य को मीले।आप सभी को प्रेरणा मीले यही प्राथेना है।
आपका अपना
बाबा स्वामी
*॥जय बाबा स्वामी॥*
"ऐसा महाशिबिर आज तक न हुआ है और न भविष्य होगा। २३/४/२०१८ से ३०/४/२०१८ में शिर्डी में होने वाला महाशिबिर सीधा गुरुशक्तियों का आयोजन है। यह एक ईश्वरीय कलाकृती है। एक मूर्तिकार के माध्यम से परमात्मा अपने-आप को घड (गड) लेता है , तब ऐसी मूर्ति निर्माण होती है , जो अद्वितीय होती है! ऐसी मूर्ति न कभी उसने बनायी थी और न कभी फिर वैसी बना पाएगा। बस , यह घटना भी ऐसी ही होगी। बस , इस घटना के साक्षी बनें, और क्या! आप सभी इसके साक्षी बनें यही परमात्मा से प्रार्थना है।"
-- *बाबा स्वामी , २८/९/२०१७*
*॥आत्मदेवो भव:॥*
Aneri:
*॥जय बाबा स्वामी॥*
शिर्डी स्वयं एक पवित्र गुरुस्थान है। उस गुरुस्थान में शिबिर होने जा रहा है ये आपका अहोभाग्य है।
*(महाशिवरात्रि -२०१३)*
🙏🏻🙏🏻🙏🏻
_*मनुष्य के मोक्ष का मार्ग सामूहिकता में है। जब तक दूसरों के लिए कुछ नहीं करते, यह मार्ग नहीं खुलता है। *_
_* जय बाबा स्वामी*_
🌼🙏🏻🌼
_*HSY 1 pg 120*_
*:महत्वपूर्ण सुचना:*
१) कृपया , ध्यान दें कि प्रार्थनाधाम के पुराने टेलिफोन नं.६५०५५५ और ६५१५५५ अब सेवा में नहीं हैं।
२) अब से
www.samarpanmeditation.org वेबसाईट पर २४*७ PRAYER CENTRE पर प्रार्थना दर्ज की जा सकती है।
३) फिलहाल , प्रार्थना सिर्फ हिंदी या अंग्रेजी भाषा में ही दर्ज की जा सकती है।
४) कृपया , अपनी प्रार्थना दिन में केवल एक बार ही दर्ज करें। एक ही प्रार्थना , कृपया , बार-बार दर्ज ना करें।
५) *आपातकालीन स्थिति (Emergency) में* मोबाईल नं. *(+९१) ९५७४६५१५५५* पर प्रार्थना दर्ज कराई जा सकती है।
६) किसी समस्या निवारण के लिए १५-१५ दिन के अंतराल से प्रार्थना केवल तीन बार ही दर्ज करें। प्रार्थना का सफल होना आपके संपूर्ण विश्वास और श्रद्धा पर निर्भर करता है।
७) वेबसाईट पर फीडबैक लिंक पर कृपया अपने सुझाव और प्रार्थना होने के बाद अपना प्रतिभाव अवश्य दें। प्रार्थना दर्ज करने के बाद समस्या के समाधान के विषय में आप अपना अनुभव भी फिडबैक में लिख सकते हैं या edit.madhuchaitanya@gmail.com पर ई-मेल कर सकते हैं।
८) वर्ष २०१७ में कुल मिलाकर ८३,११९ प्रार्थनाएँ दर्ज हुई थीं जिसमें से ५५०९ आपातकालीन प्रार्थनाएँ थीं। ३००० लोगों ने धन्यवाद देकर अपना प्रतिभाव व्यक्त किया।
*मधुचैतन्य मार्च-अप्रैल २०१८*
*॥जय बाबा स्वामी॥*
_*आत्मा मनुष्य के भीतर की एक शक्ति होती है, पर वह सुप्त अवस्था में होती है। पर जब किसी जागृत पुरुष के सान्निध्य में हम जाते है और अगर हम इच्छा करते है की हमारी आत्मा की शक्ति भी जागृत हो, तो वह जागृत हो सकती है। *_
_* जय बाबा स्वामी*_
🌻🙏🏻🌻
_*HSY 2 pg 424*_
Comments
Post a Comment